अभिषेक पाटिल ने अपनी दादी को जान से मार डाला। बेचारी दादी को सिर्फ इतना ही कसूर था कि वे अभिषेक को अश्लील और हॉरर फिल्में देखने से मना करती थीं।
67 वर्षीय शांताबाई का सिर अभिषेक ने पत्थरों से फोड़ दिया। अभिषेक ने अपना जुर्म कबुलते हुए कहा कि उसे अपने भाई के साथ रुम शेयर करना पड़ता था और कुछ दिनों पहले उसकी दादी भी साथ रहने आ गई थी। वे मुझे पॉर्न फिल्में देखने नहीं देती थी। मुझे बहुत गुस्सा आता था।
दैनिक भास्कर में समाचार है कि अभिषेक ने पहले कुछ और ही बताया था लेकिन बाद में सबूतों के आधार पर हमने इससे सच उगलवाया।पुलिस ने बताया कि अभिषेक ने अपने भाई पर भी हमला किया था ताकि ऐसा लगे कि किसी बाहरी आदमी ने यह सबकुछ किया है। पुलिस ने कहा कि अभिषेक अभी जेल में है और हम केस की जांच कर रहे हैं।
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