भारतीय मूल का एक अमेरिकी वैज्ञानिक एक ऐसा कंप्यूटर बना रहा है जो मौजूदा पीढ़ी के सबसे तेज चलने वाले कंप्यूटर से भी हजार गुना ज्यादा तेजी से काम निबटाएगा। उताह विश्वविद्यालय के अशोक नाहटा द्वारा बनाई जा रही यह भविष्य की मशीन बिजली के तारों की बजाय, Infrared waves से भी आगे की T-rays से चलेगी।
नाहटा और उनके साथियों द्वारा विकसित किए जा रहे इस संयंत्र के विकास के बाद न केवल दुनिया में कंप्यूटरों का नक्शा ही बदल जाएगा बल्कि इसकी सहायता से बनने वाले सेंसर और स्कैनर जैविक, रासायनिक हथियारों को ढूंढ़ निकालने में भी कामयाब होंगे। नाहटा ने कहा, "हमने ऐसे सर्किट बनाने में सफलता प्राप्त करली है जिनकी सहायता से आगामी कुछ वर्षो में बेहतरीन क्षमता वाले कंप्यूटरों का विकास संभव होगा।"
विस्तृत जानकारी आप यहाँ पा सकते हैं, लेकिन इस शोध के निष्कर्ष शुक्रवार को आनलाइन जर्नल आप्टिक एक्सप्रेस में प्रकाशित किए जाएंगे।
भारत की तलाश
Thursday, April 17, 2008
भारतीय वैज्ञानिक बनाएगा दुनिया का सबसे तेज कंप्यूटर
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