पंजाब के परिवहन मंत्री मास्टर मोहन लाल को भले ही एक स्कूटर चालक ने घर तक लिफ्ट दे दी हो, लेकिन चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस उन्हें लिफ्ट नहीं दे रही है। पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ हाल ही मास्टर जी ने अपने सरकारी घर से राज्य सिविल सचिवालय तक 10 किमी. साइकिल पर यात्रा की थी। घर वापस आते समय उन्होंने एक स्कूटर सवार से लिफ्ट ले ली, पर गलती यह हो गई कि वे बिना हैलमेट पहने स्कूटर पर बैठ गए।
दैनिक भास्कर के अनुसार, मास्टर मोहन लाल जब सेक्टर 9-10 से गुजर रहे थे, इसी दौरान खींची गई उनकी फोटो अगले दिन अखबारों में छप गई। इसी आधार पर ट्रैफिक पुलिस ने Traffic Violation Information Slip (टीवीआईएस) जारी कर दी। वे जिस स्कूटर (पीबी-65 एस 3726) पर बैठे थे, वह मोहाली में रजिस्टर्ड है। ट्रैफिक पुलिस सोमवार को मोहाली में लाइसेंसिंग अथॉरिटी से स्कूटर चालक के घर का पता लगाएगी और फिर उन्हें स्लिप थमा कर स्कूटर के डाक्यूमेंट के साथ सेक्टर-29 स्थित ट्रैफिक पुलिस लाइन बुलाएगी। स्कूटर चालक का चालान तो होगा ही, अगर उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, इंश्योरेंस और पॉल्यूशन फ्री सर्टिफिकेट नहीं मिला तो उसे मास्टर जी को लिफ्ट देने के एवज में फाइन भी भरना होगा।
भारत की तलाश
Tuesday, June 17, 2008
परिवहन मंत्री को लिफ्ट दी, ट्रैफिक पुलिस ने क़ानून तोड़ने का आरोप चालक पर लगाया
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