भारत की तलाश

 

Friday, July 18, 2008

मौत ने सर झुकाया, जीने की चाह के आगे

सुप्रतिम दत्ता की जिंदगी एम्स के डॉक्टरों ने 6 घंटे चले लंबे ऑपरेशन के बाद बचा ली है जो चिकित्सा जगत में एक बड़ा ऑपरेशन माना जा रहा है। सुप्रतिम दत्ता की गाड़ी का दिल्ली की एम जी रोड के पास एक्सीडेंट हो गया था और लोहे की एक लंबी रॉड उसके सीने के आर पार हो गई थी लेकिन यहां सुप्रतिम ने बिना घबराए अपने आप को संभाला और घटना के बारें में अपने घर पर सूचना दी। उसके बाद उसे एम्स लाया गया जहां एम्स के डॉक्टरों ने अपने हाथों का कौशल दिखाते हुए ऑपरेशन कर सुप्रतिम की जिंदगी बचा ली है। एक्सीडेंट जिस तरह से हुआ है और जो सुप्रतिम की हालात थी उसे देखते हुए वे इसे कुदरत का करिश्मा मान रहें है।

23 साल के सुप्रितम दत्ता ऑफिस जाने के लिए ऑफिस की कैब से निकले थे लेकिन रास्ते में ही उनका एक्सीडेंट हो गया और 5 फुट 2 इंच की लंबी रॉड सीने के आर पार हो गई। एक्सीडेंट होने के बाद सुप्रतिम दत्ता ने हिम्मत दिखाते हुए अपने मोबाइल के द्वारा अपनी मां को सूचना दी कि कि उनका एक्सीडेंट हो गया है और वह गंभीर रुप से घायल है और शायद उनकीं जिंदगी न बचें। इसके साथ ही उसने तत्काल अपने दोस्तो को भी घटना की जानकारी दी। स्थानिय लोंगो ने भी उसकी मदद की और इन सभी की दुआओ और मदद की बदौलत एम्स के डॉक्टरो ने सफल ऑपरेशन कर बचा लिया ।

सुप्रतिम दत्ता ने 5 फुट 2 इंच की रॉड अपने शरीर के अंदर जाने के बाद भी हिम्मत नहीं हारी और अपना होश नहीं खोया और अपनी जिंदगी की रक्षा के लिए जो कुछ कर सकते थे किया। 5 फुट 2 इंज की लोहे की रॉड जब काटी जा रहीं थी तो उन्होंने असहनीय दर्द सहा और 6 घंटे चले लंबे ऑपरेशन में मौत को मात देते हुए जिंदगी की लड़ाई जीत ली।

4 comments:

परमजीत सिहँ बाली said...

बहुत दिल दहला देनें वाली घटना है।चलो प्रभू कृपा से जान बच गई।

आभा said...

सुप्रतिम हिम्मत की मिसाल बन गया हम सब के लिए ,....

Udan Tashtari said...

कल देखा यह समाकार टीवी पर.

डा. अमर कुमार said...

बेहद लोमहर्षक घटना..एवं अदम्य साहस का ज्वलंत उदाहरण !
पुनर्जीवन की बधाईयाँ ।