भारत की तलाश

 

Monday, July 7, 2008

पुलिस ले रही है ज्योतिष का सहारा, अपराधों से निपटने के लिए

दिल्ली पुलिस अपराधों से निपटने के लिए अब ज्योतिष का सहारा ले रही है। वरिष्ठ अधिकारी अपने मातहत सहयोगियों को ज्योतिष पढ़ने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं, क्योंकि वे इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि ज्योतिष की मदद से अपराध रोके जा सकते हैं। टूटती शादियों को बचाने में ज्योतिष के ज्ञान को खासतौर से उपयोगी माना जा रहा है। एक वरिष्ठ अधिकारी तो खुद ज्योतिष पढ़ाने लगे हैं।

नवभारत टाइम्स में वीरेंद्र वर्मा लिखते हैं, ज्योतिषाचार्य भी पुष्टि कर रहे हैं कि अगर ज्योतिष का सही इस्तेमाल किया जाए तो अपराधों पर अंकुश लगाने के साथ-साथ काल और ग्रहों की सही दशा का पता लगाकर इंसान को अपराध की ओर जाने से बचाया जा सकता है। भारतीय विद्या भवन के Institute of Astrology में 8-10 डिप्टी कमिश्नर, असिस्टेंट कमिश्नर अन्य पदों पर तैनात पुलिस अफसर ज्योतिष अलंकार ज्योतिष आचार्य का कोर्स कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक पूर्व पुलिस कमिश्नर के. के. पॉल ने भी ज्योतिष का कोर्स किया था।

जॉइंट कमिश्नर (स्पेशल सेल) व संस्था के फैकल्टी सदस्य करनैल सिंह ने कहा कि ज्योतिष की पढ़ाई पुलिस के लिए अनिवार्य तो नहीं की जा सकती, लेकिन यह कोर्स कर रहे पुलिसकर्मी समाज सेवा बेहतर तरीके से कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि ज्योतिष शास्त्र कर्म और जन्म मरण के सिद्धांत से जुड़ा है। हर कर्म का कोई न कोई नतीजा होता है। यह परिणाम कब मिलेगा इसका कोई पता नहीं होता। ज्योतिष के जरिए इसकी गणना आसान है। जो पुलिस वाले ज्योतिष सीख रहे हैं या सीख चुके हैं वे काउंसलिंग करके टूटती शादियों को बचाने में मदद कर सकते हैं।

करनैल सिंह ने कहा कि अपराध का क्या नतीजा होगा, यह समझाने से अपराध की प्रवृत्ति पर काफी हद तक लगाम लगाई जा सकती है। जन्म कुंडली में काल सर्प योग बताकर लोगों को ठगा जाता है। पुलिस ज्योतिष के ज्ञान से ऐसे ठगों को आसानी से पकड़ सकती है। विवेकानंद योग आश्रम के आचार्य केशव देव व आचार्य विक्रमादित्य के मुताबिक अगर ज्योतिष का सही ज्ञान है तो क्राइम पर अंकुश लगाने में बड़ी सफलता मिल सकती है। किसी का भी हाथ व जन्म कुंडली देखकर यह पता लगाया जा सकता है कि उसका अतीत कैसा था और भविष्य क्या होगा। ऐसे लोग जिनकी जन्म कुंडली में मंगल और चंद्रमा नीच का होता है वे अधिकतर क्राइम की ओर जाते हैं। डाकू मान सिंह व चंदन तस्कर वीरप्पन की कुंडली इसका जीता-जागता प्रमाण है। काल और दशा का पता लगाकर ज्योतिष के माध्यम से व्यक्ति के बारे में बहुत कुछ गणना की जा सकती है।

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