दुनिया भर में 'असहाय भारत' की तस्वीर पेश किए जाने से आहत सेना ने कहा है कि बिहार में राष्ट्रीय आपदा के बावजूद सशस्त्र सैन्य बलों का स्थिति पर पूरी तरह नियंत्रण है और वह बचाव कार्य करने में सक्षम है। कोसी की प्रलयंकारी बाढ़ के बावजूद सेना अब तक लाखों लोगों को सुरक्षित निकाल चुकी है, पर विदेशी न्यूज चैनल ऐसी तस्वीर पेश कर रहे हैं, मानो भारत ऐसी आपदाओं से निपटने में पूरी तरह अक्षम है। दुनिया भर के रक्षा अटैची सेना से पूछ रहे हैं कि आखिर भारत में इतनी खराब स्थिति क्यों है?
दैनिक जागरण में जरनैल सिंह लिखते हैं कि इसी तरह की स्थिति से विदेश मंत्रालय को भी दो-चार होना पड़ रहा है। विदेश मंत्रालय यही समझाने में जुटा है कि भारत अपने यहां आई इस आपदा से निपटने में पूरी तरह सक्षम है। गलत तस्वीर पेश किए जाने के बाद ही रक्षा मंत्री ए।के। एंटनी ने सेना के राहत व बचाव अभियान के बारे में मीडिया को ब्रीफ करने को कहा। सेना का कहना है कि सीएनएन, बीबीसी व अन्य विदेशी चैनल जान-बूझ कर भारत की भ्रामक छवि पेश कर रहे हैं। एक सैन्य अधिकारी का कहना था कि विदेशी चैनल किसी फंसे हुए व्यक्ति या जान-माल का नुकसान उठा चुके व्यक्ति का दुख-दर्द तो दिखा रहे हैं, पर इतने बड़े पैमाने पर राहत एवं बचाव कार्य की एक फुटेज तक नहीं दिखाई जा रही। विदेशी चैनलों के इस रवैये से सेना इसलिए भी आहत महसूस कर रही है क्योंकि इससे उसके दुनिया की बड़ी सैन्य ताकत के तौर पर उभरने की छवि को धक्का लगता है।
सुनामी जैसी आपदा के वक्त जहां भारत ने इंडोनेशिया, श्रीलंका और मालदीव को भी अपने युद्धपोत अमेरिका से पहले भेज दिए थे, वहीं चीन में भूकंप और म्यांमार में तूफान के बाद भी इस क्षेत्र की एक बड़ी ताकत के तौर पर व्यवहार करते हुए सहायता दी थी। लेकिन विदेशी चैनल भारत को एक ऐसे देश के तौर पर दिखा रहे हैं जो अपने यहां बाढ़ की आपदा से भी निपट पाने में अक्षम है।
