भारत की तलाश

 

Saturday, June 20, 2009

गर्भवती महिला, उसकी तीन साल की बेटी को रेलवे पुलिस के सिपाहियों ने चलती ट्रेन से फेंका

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में एक गर्भवती महिला और उसकी तीन साल की बेटी को रेलवे पुलिस के दो सिपाहियों ने चलती ट्रेन से फेंक दिया। वारदात में महिला और उसके पेट में पल रहे बच्चे की मौत हो गई जबकि महिला की बेटी जख्मी हो गई है। दरअसल महिला के पति दिनेश कुमार ने मैलानी गोंडा पैसेंजर में अपनी साइकिल रखी हुई थी। जिसको लेकर रेलवे पुलिस के सिपाही दिनेश से 100 रुपए मांग रहे थे। लेकिन उसके पास केवल 10 रुपए थे। यही अवैध वसूली को लेकर दिनेश और जीआरपी के दो सिपाहियों से बीच तकरार हो गई।

जीआरपी के सिपाहियों ने दिनेश की गर्भवती पत्नी और उसकी 3 साल की बेटी को ट्रेन से धक्का दे दिया। हादसे में गर्भवती महिला के साथ-साथ गर्भ में पल रहे बच्चे की भी मौत हो गई। जबकि 3 साल की बेटी को हल्की चोटें आई है।

पुलिस के मुताबिक दोनों आरोपी सिपाहियों की पहचान राम सिंह और सुधीर सिंह के रूप में हुई है। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं मुख्यमंत्री मायावती ने मामले की जांच का आदेश दिया है।

Wednesday, June 17, 2009

एक कचौरी और पाँच रूपये देकर बच्चों का ख़ून निकल लेते थे डॉक्टर

राजस्थान में पुलिस ने दो डॉक्टरो सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है जो महज एक कचौरी, जूस और पांच रुपए देकर बच्चों का ख़ून निकल लेते थे। राज्य की करौली जिले की पुलिस के मुताबिक ऐसे बच्चों की संख्या तीस तक हो सकती है जो इस तरह ख़ून निकले जाने का शिकार हुए है। शिकायत पर चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि अभी दो और डॉक्टरों की तलाश है। इस गिरोह के लोग पहले बच्चों का अपरहण करते थे और फिर ख़ून निकल लेते थे। ये घटना ऐसे समय सामने आई है जब दुनिया विश्व रक्तदान दिवस मना रही थी।

सरसरी तौर पर ऐसा पता लगा है की कम से कम तीस बच्चों का इस तरह ख़ून निकाला गया। पुलिस का कहना है कि इस मामले में डॉक्टरों के अलावा कुछ मेडिकल कर्मचारी भी शामिल थे। पुलिस को इस घटना का पता तब लगा जब दो अभिभावकों ने करौली में पुलिस के सामने शिकायत दर्ज कराई कि उनके बच्चों का जबरन ख़ून निकाल लिया गया। पुलिस कहती है इस मामले में एक बिचौलिया भी हिरासत में लिया गया है।

पुलिस को जानकारी मिली है कि इस धंधे में दो स्थानीय निजी अस्पताल भी शामिल थे।

Monday, June 1, 2009

दबंगों ने जेसीबी से गड्ढा खोदकर वृद्घा को जिंदा दफनाया

जमीन पर कब्जे का विरोध कर रही वृद्घा को दबंगों ने जेसीबी से गढ्डा खोदकर मौके पर ही जिंदा दफन कर दिया। परिजनों को पता चला तो गड्डे से निकालकर वृद्घा को उपचार के लिए ले गये, लेकिन उसने दम तोड़ दिया। यह मामला मथुरा के थाना कोसी क्षेत्र के गांव हुलवाना (पीपरवाला) का है।


गांव के ही रामजीत, फत्तो सिंह, महेंद्र, राजेंद्र, बलराम, कैलाश आदि एकत्र होकर जेसीबी से अपने प्लाट में मिट्टी भरा रहे थे। इसी दौरान उन्होंने गोपाल की जमीन पर भी कब्जा करना शुरू कर दिया। गोपाल की पत्नी किशन वहां परिवार के छोटे-छोटे बच्चों को लेकर मौजूद थी। जमीन पर कब्जा होता देख किशन ने विरोध किया।

जब जेसीबी ने उसके प्लाट से मिंट्टी खोदना बंद नहीं किया तो वृद्घा जेसीबी के सामने खड़ी हो गयी। यह देखकर चालक जेसीबी मशीन को बंद कर दिया, लेकिन रामजीत नामक दबंग ने चालक को उतारकर जेसीबी को स्टार्ट किया और धक्वा देकर किशन को गिरादिया। इसके बाद उसने जेसीबी से गड्ढा खोदकर किशन को जिंदा दफन कर दिया।

दबंगई की जानकारी होने पर मौके पर पहुंचे परिजनों ने मिट्टी हटाकर गढ्डे से किशन को बाहर निकाला। और एक स्थानीय अस्पताल में पहुंचाया, जहां गंभीर हालत पर ध्यान दिये बगैर प्राथमिक उपचार कर वृद्घा को वापस भेज दिया गया।